मैं जहां रहती थी, वहां दूसरे धर्म की बस्ती थी. उधर रहने वाले सभी लोग गरीब घर से थे और सभी मजदूरी करने वाले रहते थे.
वहां एक रजिया शेख नाम की महिला का भी घर भी था. रजिया के पति की पहली बीवी से 3 बेटियां थीं. बड़ी बेटी नसरीन थी, उसकी उम्र 24 साल थी. दूसरी का नाम सुल्ताना था, जो 22 साल की थी और आखिरी का नाम शबनम था, वो भी उन्नीस साल की हो चुकी थी. रजिया भी चालीस बयालीस साल की थी मगर वो काफी सेक्सी थी.
रजिया का शौहर आलम एक प्राइवेट गैरेज में जाता था. उसकी कमाई अच्छी थी. कुछ ही दिनों में आलम ने अपना खुद का गैरेज खोल लिया था. उसका गैरेज अच्छा चलने लगा था.
लेकिन कहते हैं न कि जब मुसीबत आती है, तो कोई कुछ नहीं कर सकता. ऐेसा ही कुछ रजिया के साथ हुआ.
एक दिन रजिया के शौहर का एक्सीडेंट हो गया. काफी कोशिशें हुईं, मगर रजिया का शौहर नहीं बच पाया … उसकी मृत्यु हो गई. इस समुदाय में शौहर की मृत्यु बाद बीवी को दूसरा निकाह करने के तीन महीने तक दूसरे आदमी के साथ बैठना पड़ता है. रजिया की उम्र कोई ज़्यादा नहीं थी, वो दूसरा निकाह कर सकती थी. लेकिन उसने दूसरा निकाह करने से मना कर दिया और वो बेवा बन कर रहने के लिए राजी हो गई थी. वो अपने पति की मौत सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसको दिमागी दिक्कत हो गई.
अब घर चलाने की सभी तरह की जिम्मेदारियां उसकी तीनों बेटियों पर आ गई थी. सबसे बड़ी नसरीन ही घर में बड़ी थी. नसरीन घरों में काम ढूंढने लगी. उसको पास ही 2-3 घर मिल गए. उसमें से एक मेरा भी घर था. नसरीन मेरे यहां भी काम करने आती. मैं उसे बहुत हेल्प भी करती रहती थी. मुझे नसरीन में अपनी जुगाड़ दिखने लगी थी.
मैं आपको बता दूं कि मैं एक छोटा सा पार्लर चलाती हूँ. पहले इसमें मैं महिलाओं को मसाज देने का काम करती थी. मगर एक बार मेरी एक सहेली ने मुझे मर्दों को मसाज देने का आईडिया दिया. मैंने खुद अकेले ही मर्दों को मसाज देना शुरू किया. उसी में मुझे चुदाई का मजा भी मिलने लगा. मैंने कुछ ऐसी मस्त लड़कियों को अपने पास काम देना शुरू कर दिया, जिनको लंड लेने में कोई गुरेज नहीं था.
मेरा ये काम चल निकला था. इस काम में मुझे कोई भी लड़की ज्यादा दिन ग्राहक नहीं देती थी, इसलिए मैं नई नई लड़कियों की तलाश में रहती थी. नसरीन में मुझे नई लड़की दिखने लगी थी. वो मेरे घर में काम करने आने लगी थी. तो मैंने उसे खोलना शुरू किया.
एक दिन मैंने नसरीन से कहा- नसरीन मेरा शरीर बड़ा दुःख रहा है. क्या तू मेरे को मसाज दे सकती है … इसके लिए मैं तुझे अलग से पैसे दूंगी.
वो मान गई और मैंने उससे मसाज करवानी शुरू कर दी. पहले दिन तो मैंने एक नाइटी पहन कर मसाज करवाई थी. मगर दूसरे दिन मैंने नाइटी खोल कर उससे मेरे नंगे जिस्म को मसाज करने का कहा.
वो पहले तो शरमाई, पर फिर उसने मेरे जिस्म पर अपने हाथ फेरना शुरू कर दिया.
इस तरह से एक हफ्ते में ही वो मुझसे पूरा खुल गई थी और अब तो वो भी नंगी होकर मुझे तेल मालिश करने लगी थी. इस दौरान मैं उसकी चुचियों को दबा कर हंस देती या उसकी चुत में उंगली कर देती थी. वो मेरे साथ खुश रहने लगी थी.
एक दिन मैंने उससे कहा- आज तू मेरे साथ मेरे घर पर ही रुक जा.
उसने हामी भर दी.
उस रात मैंने उसके साथ नंगा लेट कर लेस्बो का मजा लिया. वो भी जवान थी, उसे भी सेक्स की चाहत थी.
मैं उसे पैसे से मदद करती रहती थी. मैंने उसके साथ साथ गांड में उंगली करने और करवाने का मजा भी लिया था. वो अब मेरे पार्लर के लिए एक परफेक्ट चुत बन चुकी थी.
एक दिन नसरीन की मां को हॉस्पिटल में एडमिड करना पड़ा और हॉस्पिटल की फीस के लिए उसके सामने समस्या खड़ी हो गई.
नसरीन सबके पास गई लेकिन किसी ने हेल्प नहीं की. नसरीन मेरे पास भी आयी और मैं नसरीन साथ हॉस्पिटल गई. मैंने उसको पैसों की हेल्प की और डॉक्टर से बात भी की.
मैंने डॉक्टर से कहा- कुछ भी हो सर … रजिया को कुछ नहीं होना चाहिए.
काफी इलाज हुआ, पर रजिया नहीं बच पाई. वो भी चल बसी. अब घर में 3 बहनें ही बची थीं. मुझे वो तीनों बहनें अपने लिए माल दिखने लगी थीं.
नसरीन मुझसे कर्जा ले चुकी थी. मैं भी मौका खोज रही थी … और वो मौका आ गया.
मां की मृत्यु के बाद सभी विधि हो जाने के दो दिन बाद नसरीन काम पर आयी.
मैं- आ गई नसरीन … कैसी है?
नसरीन- दीदी ठीक हूँ.
नसरीन मुझे दीदी बोलती थी क्योंकि मैं उम्र में उसे बड़ी थी.
मैं- अरे नसरीन तूने जो पैसे उधार लिए थे, वो अब दे दे … कब तक देगी?
नसरीन- दीदी आप जानती हो, मैं अभी नहीं कर पाऊंगी … आपने मेरी इतनी हेल्प की है … मैं आपकी कर्जदार हूँ.
ये कहते हुए वो रोने लगी.
मैं- अरे रो क्यों रही है. … देख तू कुछ भी कर … मेरे पैसे दे, मैं नहीं जानती. तू कुछ भी कर तुझे एक हफ्ता दे देती हूँ.
तीन दिन बाद नसरीन ने कुछ पैसे जमा किए और मुझे देने आ गई.
उसकी मां के इलाज मैंने पच्चीस हजार खर्च किये थे और वो सिर्फ तीन सौ रुपए लेकर आई थी.
मैंने उससे गुस्सा करते हुए कहा- ऐसे नहीं चलेगा … मुझे मेरे पैसे चाहिए.
नसरीन- दीदी मैं जल्दी नहीं कर पाउंगी, इसके बदले आप जो बोलोगी, मैं करूंगी … मुझे कुछ टाईम दो न.
मैं- कहां से देगी? अब तक दे नहीं पाई. मैं कुछ नहीं जानती … या तू एक काम कर … मैं बोलूंगी, वो कर तो?
मेरी बात काटते हुए नसरीन- दीदी आप जो भी बोलोगी … मैं कर लूंगी.
उसके मुँह से ये सुनकर मैं बोली- चल मेरे कमरे में आ.
नसरीन समझ गई कि मैं उसके साथ सेक्स करूंगी. वो खुशी ख़ुशी मेरे कमरे में आ गयी.
मैंने नसरीन की ओढ़नी हटा दी. नसरीन सलवार कुर्ती में थी. मैंने नसरीन के मम्मे दबाए और बोली- तेरे दूध बड़े मस्त हो गए हैं … अब 37 के हो गए न!
नसरीन- जी दीदी … आपको कैसे पता?
मैं बोली- ये बात तू नहीं समझेगी अभी. तू पीछे घूम जा.
नसरीन पीछे घूमी, तो मैंने उसकी गांड पर थप्पड़ लगाते हुए कहा- ये 39 इंच की हो गई है न??
नसरीन- हां दीदी … लेकिन ये सब आप क्यों चैक कर रही हो?
मैं- कर्जा कैसे वसूलूंगी, जो तूने लिया है.
नसरीन- मैं समझी नहीं दीदी
मैं- देख नसरीन … मैं मसाज सर्विस देती हूँ और सेक्स का मजा भी देती हूँ. मेरे साथ तू भी ये काम कर … खूब पैसे कमाएगी.
ये सुन कर नसरीन शर्म से लाल हो गई और बोली- दीदी कुछ खतरा तो नहीं है … कहीं मैं पकड़ी गई … तो?
मैं- अरे कुछ टेंशन मत ले … मैं हूँ ना. मेरा एक और मकान है, जहां मैं यह सब सर्विस देती हूँ. वहां कोई नहीं आता जाता … उसके आस-पास बस्ती भी नहीं है.
मेरी बात सुनकर नसरीन मान गई.
उस दिन मैंने उससे कहा- तू रात को आना, मैं तेरे फिगर को ठीक करूंगी.
वो सर हिलाते हुए हां करने लगी.
मैंने कहा- चल अब कपड़े उतार और मेरी मालिश कर दे.
उसने झट से अपने कपड़े उतारे और तेल लेकर आ गई. मैं भी अपनी नाइटी उतार कर एकदम नंगी होकर बिस्तर पर लेट गई थी.
नसरीन ने मेरी चूचियों की मसाज देना शुरू कर दी.
मैंने उससे 69 में आकर चुत चाटने की कही, तो वो मेरे कहे अनुसार बिस्तर पर आ गई. मैं उसकी चुत को चाटने लगी और सोचने लगी कि इसका ये छेद मुझे कमाई करवाएगा.
उसकी चुत बड़ी कसी हुई थी. मैं उसकी चुत में उंगली भी नहीं करती थी. बस उसकी गांड में उंगली और मूली वगैरह करती रहती थी. आज भी मैंने सोच लिया था कि रात को इसकी गांड डिल्डो से ढीली करूंगी.
कुछ देर बाद अपनी चुत चटवाने का मजा लेकर मैंने नसरीन की चार नंगी फोटो खींची और उसको जाने का कह दिया. मैंने उसे रात में आने का कह दिया.
वो ख़ुशी ख़ुशी चली गई.
फिर मैंने अपने एक ग्राहक को कॉल किया- हैलो चोपड़ा साहब कैसे हो?
चोपड़ा- अरे अंजलि … आज मेरी कैसे याद आ गई? तू सुना … कोई नयी आयी है या सब पुरानी ही चला रही है.
मैं- अरे चोपड़ा साहब, एक नयी माल नसरीन हाथ लगी है … जवान मस्त माल है. आप बोलो तो पिक्चर भेजूं … एक बार देख लो फिर बताना.
चोपड़ा- हम्म … इस नाम से तो लगता है कि *** माल है … वो तो सुन्दर होती हैं … ठीक है तू पिक्चर भेज दे.
मैं नसरीन की जो चार पिक्चर खींची थीं, वो चोपड़ा को भेज दीं.
चोपड़ा का दो ही मिनट बाद कॉल आ गया- अंजलि … तेरा ये माल तो बढ़िया लगा … इसका रेट बताओ.
मैं- कोरा माल है … पहली बार के 25,000 लूंगी. जो चाहे कर लेना.
चोपड़ा- यार ये तो कुछ ज्यादा है … 25,000 नहीं 22000 दूंगा.
मैं बोली- ठीक है. कब आओगे?
चोपड़ा- रात को 8 बजे तक आता हूँ.
फोन काटने के बाद मैंने नसरीन को देखा और उससे बोली- चल अब अच्छे से तैयार हो जा … अपनी चूत के बाल साफ कर ले और वैक्सिंग कर ले.
मैं नसरीन को पूरा नंगी करके उसे तैयार किया उसके मम्मे दबा कर देखे. बढ़िया चूचे टाईट थे. नसरीन की चुत भी सील पैक थी.
मैंने पूछा कि कभी उंगली या मूली वगैरह डाली थी?
उसने शर्मा कर मना कर दिया.
ठीक 7 बजे नसरीन को मैं अपने दूसरे ठिकाने पर ले गई. नसरीन ने घर पर सुल्ताना को फोन करके बोल दिया कि आज रात मैं अंजलि दीदी के घर रुकूंगी … तुम दोनों अपना ध्यान रखना.
फिर 8 बजे चोपड़ा जी की कार आयी. दरवाजे पर बेल बजी, तो मैंने दरवाजा खोला और उनका स्वागत करते हुआ कहा- आइए चोपड़ा साहब.
चोपड़ा ने मुझे किस किया और कहा- माल कहां है?
मैं- जी अन्दर रूम में है.
नसरीन को मैंने पंजाबी ड्रेस पहनाई थी. रूम में एक बेड था और एक सोफा भर था और कुछ नहीं.
चोपड़ा ने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया. लेकिन मैंने दरवाजा पर एक होल बनाया हुआ था. मैं उसमें से उन दोनों देखने लगी.
चोपड़ा ने नसरीन की ठुड्डी को उठाते हुए पूछा- तू अपनी मर्जी से आयी है?
नसरीन- जी.
चोपड़ा सोफ़े पर बैठा और बोला- चल एक बार पिछवाड़ा दिखा.
नसरीन घूम गई.
चोपड़ा गुर्राया- भोसड़ी की एक बार नहीं … घूमती रह.
नसरीन एक बार को डर गई लेकिन मैंने उसे काफी सिखा दिया था, सो वो संयत हो गई और गोल गोल घूमने लगी. चोपड़ा उसे देख कर अपना लंड हिला रहा था.
आज नसरीन की चुत में चोपड़ा का लंड जाने वाला था. मुझे ये सोच कर ही मजा आ रहा था. नसरीन भी अपनी पहली चुदाई को लेकर बड़ी गर्म थी.
नसरीन घूमते हुए चोपड़ा के करीब आई, तो उसने एकदम से नसरीन को खींच कर अपनी जांघ पर बैठा लिया.
वो नसरीन के दूध पर हाथ फेरता हुआ बोला- वाह क्या मस्त माल है.
चोपड़ा नसरीन के होंठों पर किस करने लगा और उसके होंठ काटने लगा.
‘ऊऊ … म्म..’
वे दोनों किसिंग करने लगे. उसके बाद चोपड़ा ने नसरीन के कपड़े उतार दिए. अब नसरीन नई रेशमी लाल ब्रा और पैंटी में थी. नसरीन ने भी चोपड़ा के कपड़े उतार दिए.
चोपड़ा जल्द ही अंडरवियर में आ गया था. वो नसरीन के एक दूध को चूसने लगा और एक हाथ कमर के पीछे करके उसे अपने साथ सटा लिया.
उसने अपनी चड्डी नीचे खिसका कर नसरीन के हाथ में लंड थमा दिया. नसरीन उसके लंड को हिलाने लगी.
चोपड़ा उसके दूध दबाते हुए चूस रहा था. नसरीन अपनी कंठ से ‘सीई सीई … ऊऊफ्फ..’ की सिसकारी भर रही थी.
इसके बाद चोपड़ा ने नसरीन को बिस्तर पर लेटा दिया और 69 में होकर उसने अपना लंड नसरीन के मुँह में डाल दिया. वो खुद नसरीन की सफाचट चूत को चाटने लगा.
कुछ मिनट तक ये सब चला. फिर चोपड़ा ने नसरीन के मुँह में पानी छोड़ दिया. मगर नसरीन अभी तक नहीं झड़ी थी. वो अभी भी अपनी गांड उठाते हुए अपनी चुत चोपड़ा के मुँह पर मार रही थी. मगर चोपड़ा ने उसकी चुत को चूसना छोड़ दिया था. वो झड़ने के कारण कुछ निढाल सा हो गया था.
कोई पांच मिनट के बाद चोपड़ा ने नसरीन को सीधा लेटा दिया और उसकी दोनों टांगें खोल कर अपना मुँह नसरीन की चूत पर रख दिया. चोपड़ा फिर से नसरीन की चूत चाटने लगा.
कुछ मिनट चुत चटवाने के बाद नसरीन झड़ गई.
उसको झड़ता देख कर चोपड़ा के चेहरे पर मर्दाना मुस्कान आ गई. उसने चुत को कुछ देर और चाटा और नसरीन की चूत पर अपना लंड सैट कर दिया.
नसरीन की फांकों में लंड का सुपारा जैसे ही फंसा, चोपड़ा ने एक शॉट मार दिया. नसरीन की चीख निकल गई और वो दर्द से कराहने लगी. पहले बार लंड अन्दर घुसा था.
कुछ देर के बाद चोपड़ा का पूरा लंड नसरीन की चुत में घुस गया और वो लंड अन्दर बाहर करने लगा. नसरीन को कुछ पल के दर्द के बाद मजा आने लगा था. मगर चोपड़ा अब भी धीरे धीरे चुदाई कर रहा था.
ये देख कर नसरीन हंस कर बोली- अबे साले . … ऐसे ही धीरे धीरे अन्दर बाहर करेगा या जोर से पेल कर इसकी मां भी चोदेगा.
इतना सुनते ही चोपड़ा ने जोर का झटका दे दिया और अपना पूरा लंड अन्दर घुसा दिया. नसरीन की चीख निकल गई.
चोपड़ा घमंड से बोला- साली नसरीन रंडी … बता और जोर से चोदूं?
नसरीन मस्ती से बोली- अरे चोदना शुरू कर … मैं थकने वाली नहीं हूँ.
आप सभी जानते होंगे कि इस समुदाय की औरतों में कितना अधिक स्टेमिना होता है.
नसरीन की बात सुनकर चोपड़ा उसे जोर जोर से ठोकने लगा. घपाघप की आवाज आने लगी.
नसरीन- आं … आह … और जोर से कर … और जोर से … साले अम्मी का दूध नहीं पिया क्या?
चोपड़ा को उकसाते हुए नसरीन बोल रही थी.
और चोपड़ा ‘आआ.. … ले साली रंडी … पूरा लंड ले … अहा अहा..’ करते हुए नसरीन की चुत में लंड ठोक रहा था.
लगभग बीस मिनट चोदने के बाद नसरीन झड़ गई और उधर चोपड़ा ने उसकी चूत में ही लंड का पानी छोड़ दिया. चोपड़ा अपने लंड की पिचकारियां छोड़ता हुआ नसरीन के ऊपर ही ढेर हो गया.
थोड़ी देर बाद उसने उठा कर अपना लंड नसरीन के मुँह में दे दिया और नसरीन फिर से लंड खड़ा करने लगी.
दस मिनट में फिर से चोपड़ा का लंड खड़ा हो गया. अब चोपड़ा ने नसरीन को पीछे घुमा दिया. उसने लंड पर थूक लगा कर नसरीन की गांड में घुसाना शुरू किया. लेकिन नसरीन की गांड भी एकदम चूत जैसी टाईट गांड थी.
नसरीन दर्द से कराहते हुए बोली- आं आंह … तेल लगा लो गांड में … और लंड पर भी तेल लगा लो.
चोपड़ा ने लंड हटाया और अच्छे से तेल लगा कर फिर से गांड में लंड डालना शुरू कर दिया.
इस बार चोपड़ा का लंड एकदम से गांड में घुस गया और चोपड़ा नसरीन की गांड मारने लगा.
कुछ देर के दर्द के बाद नसरीन मजा लेने लगी- आं आह … जोर से ठोक … आह और जोर से.
चोपड़ा गांड मारने की स्पीड बढ़ाए जा रहा था और वो नसरीन की गांड पर जोर जोर से थप्पड़ लगाते हुए लंड पेल रहा था. उसकी एक उंगली नसरीन की चुत के अन्दर थी. इससे नसरीन को बेहद मजा आ रहा था.
काफी देर तक नसरीन की गांड मारने के बाद चोपड़ा ने लंड का पानी नसरीन की गांड में छोड़ दिया. उधर नसरीन भी झड़ गई थी. वे दोनों झड़ने के बाद तेज तेज हांफ रहे थे.
कुछ देर बाद चोपड़ा और नसरीन साथ में नहाए और कपड़े पहन लिया.
चोपड़ा नसरीन से बोला- बहुत सी चुत चोदी हैं … पर तेरी जैसी कोई नहीं मिली … मस्त स्टेमिना है तेरे में … तू मेरे साथ निकाह कर ले.
नसरीन बोली- मगर तू तो शादीशुदा है.
चोपड़ा बोला- मैं अपनी वाइफ को तलाक देने वाला हूँ.
नसरीन बोली- क्यों?
वो बोला- साली मजा नहीं देती है. न लंड चूसती है और न गांड मारने देती है.
नसरीन ने हंस कर कहा- ठीक है … आप दीदी से बात कर लेना.
कुछ पल चोपड़ा ने नसरीन को चूमा और बाहर आ गया. उसने मुझे पैसे दिए. उसने 22000 तय किए थे, पूरे पैसे दिए.
वो बोला- मैं नसरीन से शादी निकाह करना चाहता हूँ.
मैं बोली- मेरा नुकसान हो जाएगा. मुझे 50,000 दे दो, फिर जो करना है, कर लेना.
चोपड़ा ने मुझे पैसे दे दिए और नसरीन को अपने साथ कार में ले गया.
इसके आगे नसरीन सुनाएगी क्योंकि फिर नसरीन से मैं काफी दिन तक नहीं मिली थी.
एक दिन मैं जब बीमार पड़ी, तो नसरीन मुझसे मिलने आयी.
आगे की आपबीती नसरीन सुनाएगी:
हैलो … आप सब जानते हैं कि चोपड़ा ने मुझसे निकाह की बात की और मुझे कार में बैठा कर ले जाने लगा.
वो मुझसे बोला- चल पहले तेरे घर चलते हैं.
मैंने हामी भर दी.
उसने अपने ड्राईवर से कहा- इब्राहिम, कार घुमा ले.
इब्राहिम मुझे आईने से घूर रहा था. मैं समझ रही थी कि इब्राहिम की निगाह क्या चाह रही थी.
चपड़ा ने उसे मेरे घर का पता समझाया और वो कार मेरे घर ले आया. मैं और चोपड़ा घर में गए.
इब्राहिम कार में ही था. घर में सुल्ताना और शबनम एक साथ बोलीं- आपा, आप तो कल सुबह आने को कह रही थीं. ये आपके साथ कौन है?
मैं बोली- मैंने इनसे निकाह की बात की है. ये अब मेरे शौहर हैं और तुम्हारे जीजा जी.
चोपड़ा मेरी बहनों की जवानी देखता हुआ बोला- क्यों मेरी सालियों … तुमको मैं कैसा लगा?
शबनम और सुल्ताना उसे देख कर हंस कर बोलीं- मस्त जोड़ी है.
चोपड़ा बोला- अब तुम सब यहां नहीं … मेरे बंगले पर रहोगी.
ये सुनकर हम सब खुश हो गए.
फिर हम सब चोपड़ा के बंगले आ गए.
दो दिन बाद चोपड़ा ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया. चोपड़ा का 19 साल एक का लड़का था. जब उसका तलाक हुआ तो वो लड़का बोला कि मैं अपने पापा के साथ साथ रहूंगा.
चोपड़ा को अपने बेटे को अपने पास रखना पड़ा.
चोपड़ा बोला- नसरीन तुझे प्रॉब्लम हो तो राजीव को हॉस्टल में…
मैं उसकी बात काटते हुए बोली- जी नहीं राजीव मेरा भी बेटा है … और तुमने मेरे लिए इतना सब किया, तो क्या मैं राजीव को नहीं रख सकती. मैं उसे अपना बेटा मानती हूँ.
मेरी बात सुनकर राजीव खुश हो गया और वो मुझे मॉम बोलने लगा.
अब हम तीनों और मेरी दोनों बहनें, सब साथ रहने लगे.
फिर एक दिन चोपड़ा को बाहर जाना पड़ा. वो राजीव से बोला- तू घर का ध्यान रखना.
राजीव ने हामी भर दी.
चोपड़ा ने अपने ड्राईवर से कहा- इब्राहिम कुछ भी जरूरत हो, तो तुम देख लेना.
ये सब कह कर चोपड़ा साब, मतलब मेरे पति मॉर्निंग में फ्लाईट से निकल गए.
उस दिन दोपहर में इब्राहिम आया. मैं अकेली थी. राजीव और शबनम सुल्ताना मूवीज देखने गए थे.
इब्राहीम बोला- नसरीन, मुझे तेरी बहन सुल्ताना बड़ी भाती है … और तू भी मस्त लगती है. चोपड़ा तो बुड्डा हो चुका है. साला दवा लेकर तेरे ऊपर चढ़ता है.
मैंने उसकी तरफ देखा. इब्राहीम 32 का गबरू जवान था. मैंने उसकी तरफ लालसा से देखा, जिसे वो भी समझ गया.
उसकी बात सुन कर मैं बोली- तू यह क्या बोल रहा है … तुझे शर्म नहीं आती?
इब्राहिम गुर्रा कर बोला- साली रांड तुझे शर्म नहीं आती … अभी तो मुझ पर डोरे डाल रही थी … और अब मुझसे मुँह मोड़ रही है.
ये कह कर उसने मेरा दुपट्टा हटा दिया और बाहों में लेकर बोला- हाय क्या मस्त माल है तू … बस मुझे तेरी बहन सुल्ताना के साथ सोना है.
तभी कमरे का दरवाजा खुला. राजीव दरवाज़ा खोल कर अन्दर आ गया. मुझे और इब्राहिम को इस हालात में देख कर वो दंग रह गया.
राजीव बोला- मैं पापा से सब बोल दूंगा.
मैं बोली- नहीं पहले बात तो सुन.
मैंने उसे पूरी बात बताई.
राजीव बोला- ठीक है … सुल्ताना इब्राहिम के हवाले कर दे और शबनम मेरे साथ कर दे.
उसने उसी समय शबनम को किस किया और बोला- सुहागरात मना ले मेरे साथ.
मैं कुछ बोलती, उसके पहले इब्राहिम बोला- जी राजीव बाबा … आप शबनम से मजा ले लो.
शबनम भी खिल कर बोली- हां आपा … तू चूत के मजे ले सकती है, तो हम क्यों नहीं!
मैं सब सुनकर बेबस थी.
फिर मैंने शबनम को रेडी किया.
राजीव उसके लिए जीन्स टॉप लाया था. वो बोला- शबनम को यह पहनाना.
शबनम ने जींस टॉप पहन लिया. वो बड़ी झकास माल लग रही थी.
फिर एक रूम में राजीव शबनम चले गए और दूसरे कमरे में इब्राहिम और सुल्ताना चले गए.
राजीव ने पूरी रात में शबनम के ऊपर चढ़ कर 3 राउंड चुदाई की और सो गया. उधर इब्राहिम ने भी सुल्ताना की चुदाई की.
इस तरह हम तीनों बहनों को लंड मिल गए थे. इब्राहिम मुझे भी चोदने लगा था. मुझे अब राजीव का लंड लेने का मन कर रहा था. मैंने ये बात इब्राहिम से कही, तो एक दिन बाद मौका मिलते ही इब्राहिम और राजीव ने मुझे मिल कर पेला. उन दोनों ने मेरी गांड और चुत एक साथ चोदी.
मैं उनसे खूब चुदी और हम सभी आपस में मजे लेने लगे थे.
घर में रंडीखाना बनने की देर थी. उसका भी काम शुरू हो गया. अब तो राजीव और इब्राहिम अपने दोस्तों को घर में लाते हैं और हम तीनों बहनों से सेक्स करवाते हैं. अब हम तीनों बहने रंडी बन चुकी हैं और हमारा घर रंडीखाना कहलाता है.
वहां एक रजिया शेख नाम की महिला का भी घर भी था. रजिया के पति की पहली बीवी से 3 बेटियां थीं. बड़ी बेटी नसरीन थी, उसकी उम्र 24 साल थी. दूसरी का नाम सुल्ताना था, जो 22 साल की थी और आखिरी का नाम शबनम था, वो भी उन्नीस साल की हो चुकी थी. रजिया भी चालीस बयालीस साल की थी मगर वो काफी सेक्सी थी.
रजिया का शौहर आलम एक प्राइवेट गैरेज में जाता था. उसकी कमाई अच्छी थी. कुछ ही दिनों में आलम ने अपना खुद का गैरेज खोल लिया था. उसका गैरेज अच्छा चलने लगा था.
लेकिन कहते हैं न कि जब मुसीबत आती है, तो कोई कुछ नहीं कर सकता. ऐेसा ही कुछ रजिया के साथ हुआ.
एक दिन रजिया के शौहर का एक्सीडेंट हो गया. काफी कोशिशें हुईं, मगर रजिया का शौहर नहीं बच पाया … उसकी मृत्यु हो गई. इस समुदाय में शौहर की मृत्यु बाद बीवी को दूसरा निकाह करने के तीन महीने तक दूसरे आदमी के साथ बैठना पड़ता है. रजिया की उम्र कोई ज़्यादा नहीं थी, वो दूसरा निकाह कर सकती थी. लेकिन उसने दूसरा निकाह करने से मना कर दिया और वो बेवा बन कर रहने के लिए राजी हो गई थी. वो अपने पति की मौत सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसको दिमागी दिक्कत हो गई.
अब घर चलाने की सभी तरह की जिम्मेदारियां उसकी तीनों बेटियों पर आ गई थी. सबसे बड़ी नसरीन ही घर में बड़ी थी. नसरीन घरों में काम ढूंढने लगी. उसको पास ही 2-3 घर मिल गए. उसमें से एक मेरा भी घर था. नसरीन मेरे यहां भी काम करने आती. मैं उसे बहुत हेल्प भी करती रहती थी. मुझे नसरीन में अपनी जुगाड़ दिखने लगी थी.
मैं आपको बता दूं कि मैं एक छोटा सा पार्लर चलाती हूँ. पहले इसमें मैं महिलाओं को मसाज देने का काम करती थी. मगर एक बार मेरी एक सहेली ने मुझे मर्दों को मसाज देने का आईडिया दिया. मैंने खुद अकेले ही मर्दों को मसाज देना शुरू किया. उसी में मुझे चुदाई का मजा भी मिलने लगा. मैंने कुछ ऐसी मस्त लड़कियों को अपने पास काम देना शुरू कर दिया, जिनको लंड लेने में कोई गुरेज नहीं था.
मेरा ये काम चल निकला था. इस काम में मुझे कोई भी लड़की ज्यादा दिन ग्राहक नहीं देती थी, इसलिए मैं नई नई लड़कियों की तलाश में रहती थी. नसरीन में मुझे नई लड़की दिखने लगी थी. वो मेरे घर में काम करने आने लगी थी. तो मैंने उसे खोलना शुरू किया.
एक दिन मैंने नसरीन से कहा- नसरीन मेरा शरीर बड़ा दुःख रहा है. क्या तू मेरे को मसाज दे सकती है … इसके लिए मैं तुझे अलग से पैसे दूंगी.
वो मान गई और मैंने उससे मसाज करवानी शुरू कर दी. पहले दिन तो मैंने एक नाइटी पहन कर मसाज करवाई थी. मगर दूसरे दिन मैंने नाइटी खोल कर उससे मेरे नंगे जिस्म को मसाज करने का कहा.
वो पहले तो शरमाई, पर फिर उसने मेरे जिस्म पर अपने हाथ फेरना शुरू कर दिया.
इस तरह से एक हफ्ते में ही वो मुझसे पूरा खुल गई थी और अब तो वो भी नंगी होकर मुझे तेल मालिश करने लगी थी. इस दौरान मैं उसकी चुचियों को दबा कर हंस देती या उसकी चुत में उंगली कर देती थी. वो मेरे साथ खुश रहने लगी थी.
एक दिन मैंने उससे कहा- आज तू मेरे साथ मेरे घर पर ही रुक जा.
उसने हामी भर दी.
उस रात मैंने उसके साथ नंगा लेट कर लेस्बो का मजा लिया. वो भी जवान थी, उसे भी सेक्स की चाहत थी.
मैं उसे पैसे से मदद करती रहती थी. मैंने उसके साथ साथ गांड में उंगली करने और करवाने का मजा भी लिया था. वो अब मेरे पार्लर के लिए एक परफेक्ट चुत बन चुकी थी.
एक दिन नसरीन की मां को हॉस्पिटल में एडमिड करना पड़ा और हॉस्पिटल की फीस के लिए उसके सामने समस्या खड़ी हो गई.
नसरीन सबके पास गई लेकिन किसी ने हेल्प नहीं की. नसरीन मेरे पास भी आयी और मैं नसरीन साथ हॉस्पिटल गई. मैंने उसको पैसों की हेल्प की और डॉक्टर से बात भी की.
मैंने डॉक्टर से कहा- कुछ भी हो सर … रजिया को कुछ नहीं होना चाहिए.
काफी इलाज हुआ, पर रजिया नहीं बच पाई. वो भी चल बसी. अब घर में 3 बहनें ही बची थीं. मुझे वो तीनों बहनें अपने लिए माल दिखने लगी थीं.
नसरीन मुझसे कर्जा ले चुकी थी. मैं भी मौका खोज रही थी … और वो मौका आ गया.
मां की मृत्यु के बाद सभी विधि हो जाने के दो दिन बाद नसरीन काम पर आयी.
मैं- आ गई नसरीन … कैसी है?
नसरीन- दीदी ठीक हूँ.
नसरीन मुझे दीदी बोलती थी क्योंकि मैं उम्र में उसे बड़ी थी.
मैं- अरे नसरीन तूने जो पैसे उधार लिए थे, वो अब दे दे … कब तक देगी?
नसरीन- दीदी आप जानती हो, मैं अभी नहीं कर पाऊंगी … आपने मेरी इतनी हेल्प की है … मैं आपकी कर्जदार हूँ.
ये कहते हुए वो रोने लगी.
मैं- अरे रो क्यों रही है. … देख तू कुछ भी कर … मेरे पैसे दे, मैं नहीं जानती. तू कुछ भी कर तुझे एक हफ्ता दे देती हूँ.
तीन दिन बाद नसरीन ने कुछ पैसे जमा किए और मुझे देने आ गई.
उसकी मां के इलाज मैंने पच्चीस हजार खर्च किये थे और वो सिर्फ तीन सौ रुपए लेकर आई थी.
मैंने उससे गुस्सा करते हुए कहा- ऐसे नहीं चलेगा … मुझे मेरे पैसे चाहिए.
नसरीन- दीदी मैं जल्दी नहीं कर पाउंगी, इसके बदले आप जो बोलोगी, मैं करूंगी … मुझे कुछ टाईम दो न.
मैं- कहां से देगी? अब तक दे नहीं पाई. मैं कुछ नहीं जानती … या तू एक काम कर … मैं बोलूंगी, वो कर तो?
मेरी बात काटते हुए नसरीन- दीदी आप जो भी बोलोगी … मैं कर लूंगी.
उसके मुँह से ये सुनकर मैं बोली- चल मेरे कमरे में आ.
नसरीन समझ गई कि मैं उसके साथ सेक्स करूंगी. वो खुशी ख़ुशी मेरे कमरे में आ गयी.
मैंने नसरीन की ओढ़नी हटा दी. नसरीन सलवार कुर्ती में थी. मैंने नसरीन के मम्मे दबाए और बोली- तेरे दूध बड़े मस्त हो गए हैं … अब 37 के हो गए न!
नसरीन- जी दीदी … आपको कैसे पता?
मैं बोली- ये बात तू नहीं समझेगी अभी. तू पीछे घूम जा.
नसरीन पीछे घूमी, तो मैंने उसकी गांड पर थप्पड़ लगाते हुए कहा- ये 39 इंच की हो गई है न??
नसरीन- हां दीदी … लेकिन ये सब आप क्यों चैक कर रही हो?
मैं- कर्जा कैसे वसूलूंगी, जो तूने लिया है.
नसरीन- मैं समझी नहीं दीदी
मैं- देख नसरीन … मैं मसाज सर्विस देती हूँ और सेक्स का मजा भी देती हूँ. मेरे साथ तू भी ये काम कर … खूब पैसे कमाएगी.
ये सुन कर नसरीन शर्म से लाल हो गई और बोली- दीदी कुछ खतरा तो नहीं है … कहीं मैं पकड़ी गई … तो?
मैं- अरे कुछ टेंशन मत ले … मैं हूँ ना. मेरा एक और मकान है, जहां मैं यह सब सर्विस देती हूँ. वहां कोई नहीं आता जाता … उसके आस-पास बस्ती भी नहीं है.
मेरी बात सुनकर नसरीन मान गई.
उस दिन मैंने उससे कहा- तू रात को आना, मैं तेरे फिगर को ठीक करूंगी.
वो सर हिलाते हुए हां करने लगी.
मैंने कहा- चल अब कपड़े उतार और मेरी मालिश कर दे.
उसने झट से अपने कपड़े उतारे और तेल लेकर आ गई. मैं भी अपनी नाइटी उतार कर एकदम नंगी होकर बिस्तर पर लेट गई थी.
नसरीन ने मेरी चूचियों की मसाज देना शुरू कर दी.
मैंने उससे 69 में आकर चुत चाटने की कही, तो वो मेरे कहे अनुसार बिस्तर पर आ गई. मैं उसकी चुत को चाटने लगी और सोचने लगी कि इसका ये छेद मुझे कमाई करवाएगा.
उसकी चुत बड़ी कसी हुई थी. मैं उसकी चुत में उंगली भी नहीं करती थी. बस उसकी गांड में उंगली और मूली वगैरह करती रहती थी. आज भी मैंने सोच लिया था कि रात को इसकी गांड डिल्डो से ढीली करूंगी.
कुछ देर बाद अपनी चुत चटवाने का मजा लेकर मैंने नसरीन की चार नंगी फोटो खींची और उसको जाने का कह दिया. मैंने उसे रात में आने का कह दिया.
वो ख़ुशी ख़ुशी चली गई.
फिर मैंने अपने एक ग्राहक को कॉल किया- हैलो चोपड़ा साहब कैसे हो?
चोपड़ा- अरे अंजलि … आज मेरी कैसे याद आ गई? तू सुना … कोई नयी आयी है या सब पुरानी ही चला रही है.
मैं- अरे चोपड़ा साहब, एक नयी माल नसरीन हाथ लगी है … जवान मस्त माल है. आप बोलो तो पिक्चर भेजूं … एक बार देख लो फिर बताना.
चोपड़ा- हम्म … इस नाम से तो लगता है कि *** माल है … वो तो सुन्दर होती हैं … ठीक है तू पिक्चर भेज दे.
मैं नसरीन की जो चार पिक्चर खींची थीं, वो चोपड़ा को भेज दीं.
चोपड़ा का दो ही मिनट बाद कॉल आ गया- अंजलि … तेरा ये माल तो बढ़िया लगा … इसका रेट बताओ.
मैं- कोरा माल है … पहली बार के 25,000 लूंगी. जो चाहे कर लेना.
चोपड़ा- यार ये तो कुछ ज्यादा है … 25,000 नहीं 22000 दूंगा.
मैं बोली- ठीक है. कब आओगे?
चोपड़ा- रात को 8 बजे तक आता हूँ.
फोन काटने के बाद मैंने नसरीन को देखा और उससे बोली- चल अब अच्छे से तैयार हो जा … अपनी चूत के बाल साफ कर ले और वैक्सिंग कर ले.
मैं नसरीन को पूरा नंगी करके उसे तैयार किया उसके मम्मे दबा कर देखे. बढ़िया चूचे टाईट थे. नसरीन की चुत भी सील पैक थी.
मैंने पूछा कि कभी उंगली या मूली वगैरह डाली थी?
उसने शर्मा कर मना कर दिया.
ठीक 7 बजे नसरीन को मैं अपने दूसरे ठिकाने पर ले गई. नसरीन ने घर पर सुल्ताना को फोन करके बोल दिया कि आज रात मैं अंजलि दीदी के घर रुकूंगी … तुम दोनों अपना ध्यान रखना.
फिर 8 बजे चोपड़ा जी की कार आयी. दरवाजे पर बेल बजी, तो मैंने दरवाजा खोला और उनका स्वागत करते हुआ कहा- आइए चोपड़ा साहब.
चोपड़ा ने मुझे किस किया और कहा- माल कहां है?
मैं- जी अन्दर रूम में है.
नसरीन को मैंने पंजाबी ड्रेस पहनाई थी. रूम में एक बेड था और एक सोफा भर था और कुछ नहीं.
चोपड़ा ने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया. लेकिन मैंने दरवाजा पर एक होल बनाया हुआ था. मैं उसमें से उन दोनों देखने लगी.
चोपड़ा ने नसरीन की ठुड्डी को उठाते हुए पूछा- तू अपनी मर्जी से आयी है?
नसरीन- जी.
चोपड़ा सोफ़े पर बैठा और बोला- चल एक बार पिछवाड़ा दिखा.
नसरीन घूम गई.
चोपड़ा गुर्राया- भोसड़ी की एक बार नहीं … घूमती रह.
नसरीन एक बार को डर गई लेकिन मैंने उसे काफी सिखा दिया था, सो वो संयत हो गई और गोल गोल घूमने लगी. चोपड़ा उसे देख कर अपना लंड हिला रहा था.
आज नसरीन की चुत में चोपड़ा का लंड जाने वाला था. मुझे ये सोच कर ही मजा आ रहा था. नसरीन भी अपनी पहली चुदाई को लेकर बड़ी गर्म थी.
नसरीन घूमते हुए चोपड़ा के करीब आई, तो उसने एकदम से नसरीन को खींच कर अपनी जांघ पर बैठा लिया.
वो नसरीन के दूध पर हाथ फेरता हुआ बोला- वाह क्या मस्त माल है.
चोपड़ा नसरीन के होंठों पर किस करने लगा और उसके होंठ काटने लगा.
‘ऊऊ … म्म..’
वे दोनों किसिंग करने लगे. उसके बाद चोपड़ा ने नसरीन के कपड़े उतार दिए. अब नसरीन नई रेशमी लाल ब्रा और पैंटी में थी. नसरीन ने भी चोपड़ा के कपड़े उतार दिए.
चोपड़ा जल्द ही अंडरवियर में आ गया था. वो नसरीन के एक दूध को चूसने लगा और एक हाथ कमर के पीछे करके उसे अपने साथ सटा लिया.
उसने अपनी चड्डी नीचे खिसका कर नसरीन के हाथ में लंड थमा दिया. नसरीन उसके लंड को हिलाने लगी.
चोपड़ा उसके दूध दबाते हुए चूस रहा था. नसरीन अपनी कंठ से ‘सीई सीई … ऊऊफ्फ..’ की सिसकारी भर रही थी.
इसके बाद चोपड़ा ने नसरीन को बिस्तर पर लेटा दिया और 69 में होकर उसने अपना लंड नसरीन के मुँह में डाल दिया. वो खुद नसरीन की सफाचट चूत को चाटने लगा.
कुछ मिनट तक ये सब चला. फिर चोपड़ा ने नसरीन के मुँह में पानी छोड़ दिया. मगर नसरीन अभी तक नहीं झड़ी थी. वो अभी भी अपनी गांड उठाते हुए अपनी चुत चोपड़ा के मुँह पर मार रही थी. मगर चोपड़ा ने उसकी चुत को चूसना छोड़ दिया था. वो झड़ने के कारण कुछ निढाल सा हो गया था.
कोई पांच मिनट के बाद चोपड़ा ने नसरीन को सीधा लेटा दिया और उसकी दोनों टांगें खोल कर अपना मुँह नसरीन की चूत पर रख दिया. चोपड़ा फिर से नसरीन की चूत चाटने लगा.
कुछ मिनट चुत चटवाने के बाद नसरीन झड़ गई.
उसको झड़ता देख कर चोपड़ा के चेहरे पर मर्दाना मुस्कान आ गई. उसने चुत को कुछ देर और चाटा और नसरीन की चूत पर अपना लंड सैट कर दिया.
नसरीन की फांकों में लंड का सुपारा जैसे ही फंसा, चोपड़ा ने एक शॉट मार दिया. नसरीन की चीख निकल गई और वो दर्द से कराहने लगी. पहले बार लंड अन्दर घुसा था.
कुछ देर के बाद चोपड़ा का पूरा लंड नसरीन की चुत में घुस गया और वो लंड अन्दर बाहर करने लगा. नसरीन को कुछ पल के दर्द के बाद मजा आने लगा था. मगर चोपड़ा अब भी धीरे धीरे चुदाई कर रहा था.
ये देख कर नसरीन हंस कर बोली- अबे साले . … ऐसे ही धीरे धीरे अन्दर बाहर करेगा या जोर से पेल कर इसकी मां भी चोदेगा.
इतना सुनते ही चोपड़ा ने जोर का झटका दे दिया और अपना पूरा लंड अन्दर घुसा दिया. नसरीन की चीख निकल गई.
चोपड़ा घमंड से बोला- साली नसरीन रंडी … बता और जोर से चोदूं?
नसरीन मस्ती से बोली- अरे चोदना शुरू कर … मैं थकने वाली नहीं हूँ.
आप सभी जानते होंगे कि इस समुदाय की औरतों में कितना अधिक स्टेमिना होता है.
नसरीन की बात सुनकर चोपड़ा उसे जोर जोर से ठोकने लगा. घपाघप की आवाज आने लगी.
नसरीन- आं … आह … और जोर से कर … और जोर से … साले अम्मी का दूध नहीं पिया क्या?
चोपड़ा को उकसाते हुए नसरीन बोल रही थी.
और चोपड़ा ‘आआ.. … ले साली रंडी … पूरा लंड ले … अहा अहा..’ करते हुए नसरीन की चुत में लंड ठोक रहा था.
लगभग बीस मिनट चोदने के बाद नसरीन झड़ गई और उधर चोपड़ा ने उसकी चूत में ही लंड का पानी छोड़ दिया. चोपड़ा अपने लंड की पिचकारियां छोड़ता हुआ नसरीन के ऊपर ही ढेर हो गया.
थोड़ी देर बाद उसने उठा कर अपना लंड नसरीन के मुँह में दे दिया और नसरीन फिर से लंड खड़ा करने लगी.
दस मिनट में फिर से चोपड़ा का लंड खड़ा हो गया. अब चोपड़ा ने नसरीन को पीछे घुमा दिया. उसने लंड पर थूक लगा कर नसरीन की गांड में घुसाना शुरू किया. लेकिन नसरीन की गांड भी एकदम चूत जैसी टाईट गांड थी.
नसरीन दर्द से कराहते हुए बोली- आं आंह … तेल लगा लो गांड में … और लंड पर भी तेल लगा लो.
चोपड़ा ने लंड हटाया और अच्छे से तेल लगा कर फिर से गांड में लंड डालना शुरू कर दिया.
इस बार चोपड़ा का लंड एकदम से गांड में घुस गया और चोपड़ा नसरीन की गांड मारने लगा.
कुछ देर के दर्द के बाद नसरीन मजा लेने लगी- आं आह … जोर से ठोक … आह और जोर से.
चोपड़ा गांड मारने की स्पीड बढ़ाए जा रहा था और वो नसरीन की गांड पर जोर जोर से थप्पड़ लगाते हुए लंड पेल रहा था. उसकी एक उंगली नसरीन की चुत के अन्दर थी. इससे नसरीन को बेहद मजा आ रहा था.
काफी देर तक नसरीन की गांड मारने के बाद चोपड़ा ने लंड का पानी नसरीन की गांड में छोड़ दिया. उधर नसरीन भी झड़ गई थी. वे दोनों झड़ने के बाद तेज तेज हांफ रहे थे.
कुछ देर बाद चोपड़ा और नसरीन साथ में नहाए और कपड़े पहन लिया.
चोपड़ा नसरीन से बोला- बहुत सी चुत चोदी हैं … पर तेरी जैसी कोई नहीं मिली … मस्त स्टेमिना है तेरे में … तू मेरे साथ निकाह कर ले.
नसरीन बोली- मगर तू तो शादीशुदा है.
चोपड़ा बोला- मैं अपनी वाइफ को तलाक देने वाला हूँ.
नसरीन बोली- क्यों?
वो बोला- साली मजा नहीं देती है. न लंड चूसती है और न गांड मारने देती है.
नसरीन ने हंस कर कहा- ठीक है … आप दीदी से बात कर लेना.
कुछ पल चोपड़ा ने नसरीन को चूमा और बाहर आ गया. उसने मुझे पैसे दिए. उसने 22000 तय किए थे, पूरे पैसे दिए.
वो बोला- मैं नसरीन से शादी निकाह करना चाहता हूँ.
मैं बोली- मेरा नुकसान हो जाएगा. मुझे 50,000 दे दो, फिर जो करना है, कर लेना.
चोपड़ा ने मुझे पैसे दे दिए और नसरीन को अपने साथ कार में ले गया.
इसके आगे नसरीन सुनाएगी क्योंकि फिर नसरीन से मैं काफी दिन तक नहीं मिली थी.
एक दिन मैं जब बीमार पड़ी, तो नसरीन मुझसे मिलने आयी.
आगे की आपबीती नसरीन सुनाएगी:
हैलो … आप सब जानते हैं कि चोपड़ा ने मुझसे निकाह की बात की और मुझे कार में बैठा कर ले जाने लगा.
वो मुझसे बोला- चल पहले तेरे घर चलते हैं.
मैंने हामी भर दी.
उसने अपने ड्राईवर से कहा- इब्राहिम, कार घुमा ले.
इब्राहिम मुझे आईने से घूर रहा था. मैं समझ रही थी कि इब्राहिम की निगाह क्या चाह रही थी.
चपड़ा ने उसे मेरे घर का पता समझाया और वो कार मेरे घर ले आया. मैं और चोपड़ा घर में गए.
इब्राहिम कार में ही था. घर में सुल्ताना और शबनम एक साथ बोलीं- आपा, आप तो कल सुबह आने को कह रही थीं. ये आपके साथ कौन है?
मैं बोली- मैंने इनसे निकाह की बात की है. ये अब मेरे शौहर हैं और तुम्हारे जीजा जी.
चोपड़ा मेरी बहनों की जवानी देखता हुआ बोला- क्यों मेरी सालियों … तुमको मैं कैसा लगा?
शबनम और सुल्ताना उसे देख कर हंस कर बोलीं- मस्त जोड़ी है.
चोपड़ा बोला- अब तुम सब यहां नहीं … मेरे बंगले पर रहोगी.
ये सुनकर हम सब खुश हो गए.
फिर हम सब चोपड़ा के बंगले आ गए.
दो दिन बाद चोपड़ा ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया. चोपड़ा का 19 साल एक का लड़का था. जब उसका तलाक हुआ तो वो लड़का बोला कि मैं अपने पापा के साथ साथ रहूंगा.
चोपड़ा को अपने बेटे को अपने पास रखना पड़ा.
चोपड़ा बोला- नसरीन तुझे प्रॉब्लम हो तो राजीव को हॉस्टल में…
मैं उसकी बात काटते हुए बोली- जी नहीं राजीव मेरा भी बेटा है … और तुमने मेरे लिए इतना सब किया, तो क्या मैं राजीव को नहीं रख सकती. मैं उसे अपना बेटा मानती हूँ.
मेरी बात सुनकर राजीव खुश हो गया और वो मुझे मॉम बोलने लगा.
अब हम तीनों और मेरी दोनों बहनें, सब साथ रहने लगे.
फिर एक दिन चोपड़ा को बाहर जाना पड़ा. वो राजीव से बोला- तू घर का ध्यान रखना.
राजीव ने हामी भर दी.
चोपड़ा ने अपने ड्राईवर से कहा- इब्राहिम कुछ भी जरूरत हो, तो तुम देख लेना.
ये सब कह कर चोपड़ा साब, मतलब मेरे पति मॉर्निंग में फ्लाईट से निकल गए.
उस दिन दोपहर में इब्राहिम आया. मैं अकेली थी. राजीव और शबनम सुल्ताना मूवीज देखने गए थे.
इब्राहीम बोला- नसरीन, मुझे तेरी बहन सुल्ताना बड़ी भाती है … और तू भी मस्त लगती है. चोपड़ा तो बुड्डा हो चुका है. साला दवा लेकर तेरे ऊपर चढ़ता है.
मैंने उसकी तरफ देखा. इब्राहीम 32 का गबरू जवान था. मैंने उसकी तरफ लालसा से देखा, जिसे वो भी समझ गया.
उसकी बात सुन कर मैं बोली- तू यह क्या बोल रहा है … तुझे शर्म नहीं आती?
इब्राहिम गुर्रा कर बोला- साली रांड तुझे शर्म नहीं आती … अभी तो मुझ पर डोरे डाल रही थी … और अब मुझसे मुँह मोड़ रही है.
ये कह कर उसने मेरा दुपट्टा हटा दिया और बाहों में लेकर बोला- हाय क्या मस्त माल है तू … बस मुझे तेरी बहन सुल्ताना के साथ सोना है.
तभी कमरे का दरवाजा खुला. राजीव दरवाज़ा खोल कर अन्दर आ गया. मुझे और इब्राहिम को इस हालात में देख कर वो दंग रह गया.
राजीव बोला- मैं पापा से सब बोल दूंगा.
मैं बोली- नहीं पहले बात तो सुन.
मैंने उसे पूरी बात बताई.
राजीव बोला- ठीक है … सुल्ताना इब्राहिम के हवाले कर दे और शबनम मेरे साथ कर दे.
उसने उसी समय शबनम को किस किया और बोला- सुहागरात मना ले मेरे साथ.
मैं कुछ बोलती, उसके पहले इब्राहिम बोला- जी राजीव बाबा … आप शबनम से मजा ले लो.
शबनम भी खिल कर बोली- हां आपा … तू चूत के मजे ले सकती है, तो हम क्यों नहीं!
मैं सब सुनकर बेबस थी.
फिर मैंने शबनम को रेडी किया.
राजीव उसके लिए जीन्स टॉप लाया था. वो बोला- शबनम को यह पहनाना.
शबनम ने जींस टॉप पहन लिया. वो बड़ी झकास माल लग रही थी.
फिर एक रूम में राजीव शबनम चले गए और दूसरे कमरे में इब्राहिम और सुल्ताना चले गए.
राजीव ने पूरी रात में शबनम के ऊपर चढ़ कर 3 राउंड चुदाई की और सो गया. उधर इब्राहिम ने भी सुल्ताना की चुदाई की.
इस तरह हम तीनों बहनों को लंड मिल गए थे. इब्राहिम मुझे भी चोदने लगा था. मुझे अब राजीव का लंड लेने का मन कर रहा था. मैंने ये बात इब्राहिम से कही, तो एक दिन बाद मौका मिलते ही इब्राहिम और राजीव ने मुझे मिल कर पेला. उन दोनों ने मेरी गांड और चुत एक साथ चोदी.
मैं उनसे खूब चुदी और हम सभी आपस में मजे लेने लगे थे.
घर में रंडीखाना बनने की देर थी. उसका भी काम शुरू हो गया. अब तो राजीव और इब्राहिम अपने दोस्तों को घर में लाते हैं और हम तीनों बहनों से सेक्स करवाते हैं. अब हम तीनों बहने रंडी बन चुकी हैं और हमारा घर रंडीखाना कहलाता है.