मामा के घर में मजे mama ke ghar me maje

मेरा नाम रोनक है, में गुजरात का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 24 साल है और में मामा के घर बचपन से रहता हूँ। मेरे मामा के घर में मेरे साथ चार और लोग रहते है। एक मेरा भाई कुणाल, जो कि 20 साल का है। मेरी बहन पूजा जो कि 19 साल की है। मेरा मामा जगदीश 45 साल का और मेरी मामी रीता जो एक महीने में 40 साल की हो जाएगी। ये सब कैसे हुआ? मुझे कुछ मालूम नहीं चला था। अब में आपको उनके बारे में कुछ बताता हूँ। मैंने जब से होश संभाला है मुझे चोदने और चुदाई से बड़ी दिलचस्पी रही है। मुझे जब भी कोई मौक़ा मिलता है तो में छुपकर मामी और मामा को चोदते हुए देखता था। ये मौक़ा मुझे थोड़ा ज़्यादा ही मिलता था, वो इसलिए की वो दोनों लगभग एक हफ्ते में 3-4 बार चुदाई करते थे।

मेरा मामा एक इंजिनियर है और हाजीपुर एक फेक्ट्री में काम करता है, वो काफ़ी अच्छी पोस्ट पर है, उसका बदन बड़ा तगड़ा और भरपूर है, वो अक्सर कसरत करने की वजह से काफ़ी तंदरुस्त रहता है। उसका लंड बिल्कुल मेरी ही तरह है, कुछ 7-8 की लंबाई और मोटा भी काफ़ी है। उसकी चुदाई भी बड़ी तगड़ी रहती है, वो दोनों अक्सर 1 घंटे से ज़्यादा चुदाई करते रहते है। मगर मुझे हमेशा से थोड़ा शक रहा है कि मेरी मामी का सेक्स ड्राइव कुछ ज़्यादा ही है, वो हर बार एक और बार की रिक्वेस्ट करती रहती है। कभी-कभी मेरा मामा उसे 2-3 बार चोदता है, लेकिन अक्सर एक ही बार में वो दिनभर की थकान से मजबूर हो जाते थे। मेरी मामी भी काफ़ी तगड़ी है, वो अकेली घर का काम संभालती है और उसमें जरा भी चर्बी नहीं है और उसके कूल्हें देखो तो दो बड़े-बड़े तरबूज़ की तरह है और लगते भी सख्त है और उनमें कोई सूजन भी नहीं है। उसकी गांड काफ़ी बड़ी-बड़ी और गोल-गोल है, रंग गोरा और स्किन बहुत साफ है, वो कपड़े पहने हुए हो या नंगी, लेकिन कोई ये नहीं कह सकता है कि वो दो जवान बच्चों की माँ है। मुझे दूर से तो ऐसा लगता है कि उसकी चूत भी बड़ी टाईट है, क्योंकि मेरा मामा उसकी टाईट चूत की तारीफ किया करता था।

मेरा भाई जो मुझसे 1 साल छोटा है, वो मेरी ही तरह कसरत करता है, उसका बदन भी तगड़ा है और लंड भी बिल्कुल मेरी ही तरह लंबा और मोटा है। मेरी बहन बिल्कुल मेरी मामी की तरह है गोरी और लंबी, मगर थोड़ी दुबली है। उसके कूल्हे भी छोटे है, मगर गोल-गोल है और उसकी गांड तो बस ऐसी कि आदमी देखते रह जाये, उसने आजकल बाल काट रखे है और अब वो पहले से भी ज्यादा सेक्सी लगती है। वो जब सज संवरकर आती है तो मेरा लंड बस उसे प्रणाम करने खड़ा हो जाता है। कुणाल बी.एस. सी Ist ईयर में है और पूजा मेडिकल की तैयारी कर रही है और उसका डॉक्टर बनने का सपना है।

हम सब पढ़ाई में काफ़ी अच्छे है और घर का माहौल हमेशा अच्छा ही रहता है। अभी पूजा का 18 साल का बर्थ-डे मनाऐ हुए एक महीना ही गुज़रा था कि मामी मामा ने सबको एक साथ लिविंग रूम में बुलाया। फिर मामा ने सबसे पहले सबको बैठने के लिए कहा। फिर जब सब बैठ गये, तो तब वो कहने लगे कि अब में तुमसे जो बात कहने जा रहा हूँ, वो शायद ही किसी घर में कही गई होगी, मगर तुम सब अब बड़े हो गये हो, पूजा भी अब 18 साल की हो गई है। अब में कुछ परेशान होने लगा था, आखिर क्या प्रोब्लम हो सकती है? फिर मामा ने कहा कि तो सबसे पहले में तुमसे एक अनोखा सवाल करना चाहता हूँ, उसका बिल्कुल सच जवाब देना, बिल्कुल बिना डरे कोई गुस्सा नहीं होगा ठीक है? तो तब हम सबने अपना सिर हिलाया, तो तब मामा ने कहा कि चलो ठीक है सबसे पहले में बड़े से शुरू करता हूँ, अभी बताओं कि तुम्हारा ध्यान कभी चोदने की तरफ जाता है?

तब में शॉक हो गया, भाई ये कैसा सवाल है? जो अपना मामा बेटे से करता है। तब मैंने धीरे से जवाब दिया कि हाँ चोदने पर ध्यान जाया करता है और मेरे मामा को मुस्कुराते हुए देखकर थोड़ी हिम्मत भी बढ़ी और जाना भी चाहिए। तब उन्होंने कहा कि जवान हो, लंड है, औरत को देखोंगे तो ध्यान उस तरफ जाएगा ही ना? ये बताओं कभी अपने घरवालों को चोदने की तरफ ध्यान गया? तो तब मेरी आँखें बड़ी हो गई जी? शायद मैंने गलत सुना है। तब मामा बोले कि हाँ तुम्हारी मामी कोई बदसूरत बूढ़ी तो नहीं है, अभी काफ़ी सेक्सी है और एक बहन भी जिसको देखकर मुर्दे का भी लंड खड़ा हो ज़ाये, क्या कभी उनको चोदने का मन किया? तो तब मैंने कहा कि जी हाँ मेरी आवाज एक जकड़े हुए चूहे की तरह थी। तो तब मामा बोले कि किसको? रीता को या पूजा को? तो तब मैंने कहा कि दोनों को।

तो तब मामा ने कहा कि बहुत अच्छा और फिर वो कुणाल की तरफ पलटे। तब मेरी जान में जान आई और कुणाल से पूछा कि ये बता तेरा क्या हाल है? अब कुणाल ये सब सुनकर मुझसे थोड़ा ज़्यादा बोल्ड हो गया था, बापू पता नहीं कभी-कभी आता है और कभी मुझे लड़कियों से कोई दिलचस्पी नहीं लगती। तो तब मामा ने कहा कि पूजा बेटी अब तू बता। पूजा सबसे छोटी होने के नाते बड़ी चंचल थी। तो तब उसने मुस्कुराते हुए कहा कि बापू मुझे तो हर लड़के को देखकर चोदने का ख्याल आता है और रही घर की बात तो मैंने कई बार ध्यान ही ध्यान में सबसे चुदवा लिया है और मैंने आपका लंड भी एक बार देखा है। तो तब मामा बोले कि चलो अब सब बात सामने आ गई, अब वो भी कुर्सी पर बैठ गये थे, सच तो यह है कि हमारा खून ही कुछ ऐसा है, मैंने भी अपनी जवानी में अपनी माँ और बहन को खूब चोदा है और रीता का भी मन करता है, वो अपने बच्चों के लंड का रस चख ले। हम यह सोच रहे है कि चोदने चुदाने का सबको मन करता है, इससे पहले हम बाहर जाकर चोदने लगे, पता नहीं कैसी-कैसी बीमारियाँ लग जाये? हम सब घर की बात घर में ही क्यों ना रखे?

फिर तब मैंने कहा कि क्या हम बाहर वाले से कोई रिश्ता नहीं रख सकते है? तो तब मामा ने कहा कि क्यों नहीं? तुम सबको शादी तो करनी ही है, मगर में यह चाहता हूँ कि चुदाई घर तक ही रखे, जब शादी हो जाए तो तू अपने पति के साथ चुदाई करवा लेगी और ये लोग अपनी बीवीयों के साथ, तो तब तक सिर्फ़ घर में मजा लो। तब मैंने बड़े भोलेपन से कहा कि जी मामा। तो तभी पूजा ने कहा कि लेकिन बापू आपने तो अपने बारे में कुछ नहीं बताया? तो तब बापू ने मुस्कुराते हुए पूछा कि अच्छा क्या जानना चाहती हो? हाँ तुझे देखकर मेरा मन तुझे चोदने को करता है, बस एक बार तुझे अपने सामने घुटने टेककर मेरे लंड को अपने मुँह में लेते हुए देख लूँ तो मज़ा आ जाए। तब पूजा बोली कि छी बापू, लंड मुँह में थोड़ी ही लेते है। तब मामा बोले कि अरे मेरी जान लंड तो हर जगह लेते है मुँह में, गांड में, चूत में और तेरी मम्मी तो इस तीनों की एक्सपर्ट है, वो तुझे सब सिखा देगी। तब पूजा बोली कि सच? मम्मी मुझे लंड के बारे में सिख़ाएगी?

तब बापू बोले कि हाँ-हाँ क्यों नहीं? मगर पहले जरा बात तो पूरी हो जाने दे। तब पूजा बोली कि और क्या बात रह गई है? तो तब मामा ने कहा कि कुछ नियम सबसे पहले की हम जब सब अकेले में होंगें तो एक दूसरे के सामने नंगे रह सकते है और दूसरी ये बात किसी और कुछ पता नहीं चलना चाहिए और कोई एक दूसरे के साथ जबरदस्ती नहीं करेगा। तब हम सबने एक आवाज में कहा कि मंज़ूर है। तब मामा बोले कि आज रात के खाने के बाद तेरी मामी तुम्हारे सामने मेरा लंड चूसकर बताएगी कि लंड कैसा चूसा जाता है? अब हम सब खाने पर लग गये थे। अब मेरा लंड तो बस सोने का नाम ही नहीं ले रहा था और अब में देख रहा था कि मामा और कुणाल की पेंट में भी यही हाल था।

फिर हम सब खाना खाने के बाद लिविंग रूम में फिर से एकत्रित हुए। फिर मामी ने बीच कमरे में खड़े होकर कहा कि चलो सब अपने कपड़े उतार दो, जरा में भी तो देखूं की मेरे बेटो के लंड कैसे लगते है? तो तभी हम सब नंगे हो गये। अब तीन खड़े लंड दो औरतों को प्रणाम कर रहे थे। फिर मामी ने पहले मेरा लंड अपने एक हाथ में लिया और बड़ी प्यार से उसे मसलते हुए कहा कि अभी तू तो अपने मामा से भी हैंडसम है, जरूर तेरा वाला ज़्यादा मोटा और लंबा है। अब मामी कुणाल की तरफ घूमकर उसके लंड को सहलाने लगी थी। अब में मामा की तरफ देख रहा था, उसका लंड मेरी बहन के हाथ में था और अब मेरी नजर मेरी बहन की सख्त और गोल गांड पर थी। अब मेरा दिल चाह रहा था कि उसकी गांड पकड़कर आम की तरह दबाऊं। अब शायद मामा ने मुझे देखकर मेरी सोच का अंदाज़ा लगा लिया था और कहा कि अरे अभी सिर्फ़ देखता ही रहेगा क्या? आ पकड़ ले उसकी गांड, चूम ले। अब में आगे बढ़ने ही वाला था कि तभी मेरी मामी बोल पड़ी कि नहीं आज तुम बाप बेटी मज़े ले लो, आज तो ये दोनों लंड मेरे है, इन्हें तो में एक साथ लूँगी, क्यों रे अभी चोदेगा नहीं अपनी मामी को? कुणाल क्या कहता है? क्या तुम दोनों को में अच्छी नहीं लगती?

फिर तब मैंने कहा कि क्या कहती हो मामी? तुम तो किसी से कम नहीं हो, मेरा लंड तो हमेशा तुम्हारा है। तब मामी बोली कि हाँ तो फिर करीब आ जाओ, पहले तुम दोनों का लंड चूसकर तुम्हारा रस पी लूँ, वैसे भी ऐसा लगता है कि तुम्हारा ये ज़्यादा देर तक रहने वाला नहीं है और मुझे तो देर तक चुदवाना है, तो पहले एक बार रस निकाल दूँ तो दूसरी बार तुम देर तक चोद सकोगे। अब मामी अपने घुटनों पर आकर हम दोनों भाईयों के लंड को मसलने और सहलाने लगी थी। फिर मामी ने पहले मेरे लंड को अपने मुँह में लिया और पलटकर पूजा से कहा कि देख पूजा लंड ऐसे मुँह में लेते है। अब मेरा लंड उसके मुँह में बहुत अच्छा लग रहा था। फिर में अपनी आँखें बंद करके उसके मुँह का मज़ा लेता रहा। अब वो हम दोनों का लंड चूसने लगी थी। फिर जब मुझे ऐसा लगता कि मेरा लंड झड़ने वाला है तो तब वो मेरे लंड को छोड़कर कुणाल का लंड संभालती और फिर जब उसको लगता की लंड झड़ने वाला है, तो मामी मेरा लंड अपने मुँह में लेती थी।

अब उधर पूजा पहले तो जरा डर-डरकर और फिर जैसे मामा उसे बताते गये और वो मामी को देखती रही। फिर तब वो ऐसे चूसने लगी कि जैसे सालों से चूस रही हो। फिर तब मामी ने उससे कहा कि जरा संभलकर बेटी लंड को जितनी देर तक नहीं झड़ने दोगी उतना ही मज़ा तुझे भी मिलेगा और उन्हें भी और फिर जब वो कहे कि झड़ने वाला है तो तू उसे छोड़कर कहीं चूम ले और जब वो कहे कि वो नहीं रुक सकते तो अपने मुँह में ले और उनका रस पी जाना, लेकिन अब ऐसा लग रहा था कि मेरी बहन को कुछ सिखाने की जरूरत नहीं थी। अब वो तो बड़े मज़े से अपने पापा का लंड चूस रही थी। अब इधर कुणाल झड़ने ही वाला था। अब मेरी मामी मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी थी और हम दोनों के लंड को अपने एक-एक हाथ में लेकर अपने मुँह के करीब ले जाकर आगे पीछे करती रही। तो तब पहले कुणाल और फिर मैंने अपने पानी की धार निकाल दी। तो तब जितना हो सका मामी ने हमारा रस अपने मुँह में लिया और बाक़ी का अपने बड़े-बड़े बूब्स पर गिरने दिया और अपनी स्किन पर क्रीम की तरह लगाने लगी थी।

अब हम दोनों ख़त्म ही हुए थे कि उधर पूजा की चीख सुनाई दी। अब बापू ज़ोरदार आवाज के साथ अपना लंड उसके मुँह में अंदर बाहर करके चोद रहे थे और झड़ रहे थे। फिर कुछ रस बाहर निकलकर पूजा के मुँह के कोनों से बाहर भी आ रहा था। फिर जब हम तीनों सोफे पर बैठ गये, तब मामी ने कहा कि क्यों पूजा बेटी? अब भी कहोगी छी मुँह में नहीं लेगी? तो तब पूजा बोली कि नहीं मम्मी, बापू का जूस बड़ा मज़ेदार है, ले तो मुँह में रही थी मगर मज़ा मेरी चूत तक पहुँच रहा था। तब मामी बोली कि हाँ बेटी चाहे किधर भी लंड हो आखिर मज़ा चूत में ही पहुँचता है और सच पूछो तो जब तक चूत के छेद में लंड का रस ना पड़े तब तक चुदाई पूरी नहीं होती है। तो तब पूजा बोली कि ऊई माँ, क्या इतना बड़ा लंड मेरी गांड में आएगा? इसे तो अपनी चूत में आने की सोचकर भी डर लगता है।

फिर तब मामी बोली कि चूत में भी आएगा बेटी और गांड में भी आएगा, हाँ यह जरूर है की पहली बार तुझे चूत में दर्द होगा मगर उतना नहीं अगर चोदने वाला अनाड़ी ना हो तो वो तुझे आहिस्ता-आहिस्ता ले जाएगा और तेरे पापा कोई अनाड़ी नहीं है, वो तो मेरी गांड ज्यादा मारते है। दोस्तों इसके बाद हम सबने मिलकर चुदाई का खूब मजा लिया और अब तो पूजा चुदवाने में भी अनुभवी हो चुकी है। अब तो जब भी मन होता है तब दोनों रंडियों को पकड़कर चोद देते है ।
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